[Top 50 Poems] 15 August New Poem in Hindi 2022-Sawatantrata Diwas Par Kavita

[Top 50 Poems] 15 August New Poem in Hindi 2022-Sawatantrata Diwas Par Kavita

Independence Day Best Poem-Best Short Poem on 15 August Kavita
15 August New Poem in Hindi 2022-Sawatantrata Diwas Par Kavita
15 August New Poem in Hindi 2022-Sawatantrata Diwas Par Kavita

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सभी देशवासियों को 75वे स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामना नई स्वतंत्रता दिवस आजादी हिंदी कविता Independence Day 15 August Poem 2022 New Special Short & Long Sawatantrata Diwas Par Kavita Poem स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर कविता आप यंहा पढ़ सकते है | यहाँ हम देशप्रेमी कवियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों व वीर शहीदों को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए लिखी गई 15 अगस्त की दिल को छु लेने वाली स्वतंत्रता दिवस पर कविताएँ लेकर आए हैं | स्कूल व कॉलेज विद्यार्थी यहाँ दी गई 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस देश भक्ति कविताए ( Hindi Poem on Independence Day) सुनाकर देश के प्रति देशभक्ति की भावना और प्यार व्यक्त कर सकते है |



15 August Hindi Poem 2022 |  Kavita Poem on Independence Day 15 अगस्त कविताएँ हिंदी में



15 अगस्त पर कविता स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर कविता हिंदी में :- जैसा की हम सभी को मालूम है की पुरे भारत 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के रूप में मानते है और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते है | इन कार्यक्रमों में भाग लेने वाले विद्यार्थी देश के प्रति प्यार व देश भावना व्यक्त करने के लिए आजादी के ऊपर शायरी, कविताए, देशभक्ति कविताए, चुटकुले, भाषण इत्यादि सुनाते है |



15 August Poem 2022 | Kavita Poem on Happy Independence Day


।। करें आजादी की रखवाली आओ निभायें अपना फर्ज ।।
शत् शत् नमन करें शहीदों को, ये बहादुर वीर ।
न्योछावर-किये प्राण अपने, लिख गये देश की तकदीर ।।

अपने बलबुतो, देशभक्ति के जज्बो से, हमे आजादी दिलाई है ।
दिलो में रहेंगे अमरशहीद सदा, लिखा जिससे वो स्लकी स्याही है ।।

वतन की खुशीयों की खातिर, अपना खून बहाये हो ।
मिलती रहेगी हमे प्ररेणा, हमारे दिलो में समाये हो ।।

दिलायी हमे आजादी, नभ में फैली है सूरज की लाली ।
प्रकृति भी गूंज उठी है, है पतन में आजादी की हरियाली ।।

है हम आजाद, देश में फैली है आजादी की खुशहाली ।
फर्ज है हमारा, मरते दम तक करें देश की रखवाली ।।

रहे देश सुरक्षित, करे प्रगति हमारा वतन ।
सुख शान्ति रहे देश में, करते रहे हम पुरे जतन ।।

होगा देश का विकास, जब निभायेगे अपने फर्ज ।
रहे तैयार देश सेवाखातिर, सुरेश करे है आपसे अर्ज ।।





प्यारा प्यारा मेरा देश,
सबसे न्यारा मेरा देश।
दुनिया जिस पर गर्व करे,
वो जगमग सितारा मेरा देश।
गंगा जमुना की माला का,
फूलों वाला मेरा देश।
अंतरिक्ष में ऊंचा जाता मेरा देश,
प्यारा प्यारा मेरा देश।
इतिहास में बढ़ चढ़ कर,
नाम लिखाए मेरा देश।
नित नए चेहरों में,
मुस्कानें लाता मेरा देश।।

जय हिंद... जय भारत 







15 August Poem in Hindi – Swatantrata Diwas Poem in Hindi Language


लाल रक्त से धरा नहाई,
श्वेत नभ पर लालिमा छायी,
आजादी के नव उद्घोष पे,
सबने वीरो की गाथा गायी,

गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,
ध्वनि चारो और है छायी,
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से आँखे भर आई,

ऐ भारत माता तुझसे अनोखी
और अद्भुत माँ न हमने पाय ,
हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,
एक एक बूँद समायी

माथे पर है बांधे कफ़न
और तेरी रक्षा की कसम है खायी,
सरहद पे खड़े रहकर
आजादी की रीत निभाई !




15 August Independence Day Best Poem 2022


सारे जहाँ से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुलें हैं उसकी, वो गुलसिताँ हमारा  [ सारे जहाँ…..]

परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा  [ सारे जहाँ…..]

गोदी में खेलती हैं, जिसकी हज़ारों नदियाँ
गुलशन है जिनके दम से, रश्क-ए-जिनाँ हमारा  [ सारे जहाँ…..]

मज़हब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिंदी हैं हम वतन है, हिंदुस्तान हमारा  [ सारे जहाँ…..]




15 August Day Best Poem 2022


जब भारत आज़ाद हुआ, तब आजादी का राज हुआ था,
वीरों ने क़ुरबानी दी, तब भारत आज़ाद हुआ था..

भगत सिंह ने फांसी ली, इंदिरा का जनाज़ा उठा था,
इस मिटटी की खुशबू ऐसी, खून की आँधी बहती थी..

वतन का ज़ज्बा ऐसा, जो सबसे लड़ता जा रहा था,
लड़ते लड़ते जाने गई, तब भारत आज़ाद हुआ था..

फिरंगियों ने ये वतन छोड़ा, इस देश के रिश्तों को तोडा था,
फिर भारत को दो भागो में बाटा, एक हिस्सा हिन्दुस्तान और दूसरा पाकिस्तान कहलाया था..

सरहद नाम की रेखा खींची, जिसे कोई पार ना कर पाया था,
ना जाने कितनी माये रोइ, ना जाने कितने बच्चे भूके सोए थे ..

हम सब ने साथ रहकर, एक ऐसा समय भी काटा था,
विरो ने क़ुरबानी दी थी, तब भारत आज़ाद हुआ था.





15 August independence day Poem in hindi

बच्चो के लिए स्वतंत्रता दिवस पर कविता 15 August child Poem in hindi
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, आजादी का मतलब नहीं समझते
इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते, गाकर अपना राष्ट्रगान तिरंगे का सम्मान करते



कुछ देशभक्ति की झांकियों से, दर्शकों को मोहित है करते
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, आजादी का सिर्फ यही अर्थ है समझते



वक्ता अपने भाषणों में, न जाने क्या-क्या है कहते
उनके अन्तिम शब्दों पर, बस हम तो ताली है बजाते
हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे, आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते



विद्यालय में सभा की समाप्ति पर, गुलदाना है बाँटा जाता
भारत माता की जय के साथ, स्कूल का अवकाश हो जाता
शिक्षकों का डाँट का डर, इस दिन न हमको कोई सताता



छुट्टी के बाद पतंगबाजी का, लुफ्त बहुत है आता
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, बस इतना ही समझते
आजादी के अवसर पर हम, खुल कर बहुत ही मस्ती है करते






Independence Day Poem in Hindi for Nursery Class to 12th Class



आज तिरंगा लहराता है अपनी पूरी शान से
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से

आज़ादी के लिए हमारी लंबी चली लड़ाई थी
लाखों लोगों ने प्राणों से कीमत बड़ी चुकाई थी

व्यापारी बनकर आए और छल से हम पर राज किया
हमको आपस में लड़वाने की नीति अपनाई थी

हमने अपना गौरव पाया, अपने स्वाभिमान से
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से

गांधी, तिलक, सुभाष, जवाहर का प्यारा यह देश है
जियो और जीने दो का सबको देता संदेश है

लगी गूँजने दसों दिशाएँ वीरों के यशगान से
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से

हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है
उसके आँचल की छैयाँ में छोटा सा ये संसार है

हम न कभी हिंसा के आगे अपना शीश झुकाएँगे
सच पूछो तो पूरा विश्व हमारा ही परिवार है

विश्वशांति की चली हवाएँ अपने हिंदुस्तान से
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से




Poem on Freedom Fighters in Hindi / Inspirational Poem on Independence Day 2022



भारत माँ के अमर सपूतो, पथ पर आगे बढ़ते जाना
पर्वत, नदिया और समन्दर, हंस कर पार सभी कर जाना

तुममे हिमगिरी की ऊँचाई सागर जैसी गहराई है
लहरों की मस्ती और सूरज जैसी तरुनाई है तुममे

भगत सिंह, राणा प्रताप का बहता रक्त तुम्हारे तन में
गौतम, गाँधी, महावीर सा रहता सत्य तुम्हारे मन में

संकट आया जब धरती पर तुमने भीषण संग्राम किया
मार भगाया दुश्मन को फिर जग में अपना नाम किया

आने वाले नए विश्व में तुम भी कुछ करके दिखाना
भारत के उन्नत ललाट को जग में ऊँचा और उठाना

Inspiring Poem on 15th August



4 line Poem on 15 August in Hindi – Cute Swatantrata Diwas Poem for Children



नन्हे – नन्हे प्यारे – प्यारे, गुलशन को महकाने वाले
सितारे जमीन पर लाने वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के

नए जमाने के दिलवाले, तूफ़ानो से ना डरने वाली
कहलाते हैं हिम्मत वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के

चलते है हम शान से, बचाते हैं हम द्वेष से
आन पे हो जाएँ कुर्बान, हम बच्चे है हिंदुस्तान के



Poem on 15 August in Hindi



लाल किले के आस-पास है आजादी का मेला
सबसे ऊपर नाच रहा है झंडा एक अकेला

कदम बढ़ाके सीना ताने फौजी आते – जाते
छोटे – बड़े बच्चे सारे चने कुरकुरे खाते

सभी कहते है आज के दिन आजाद हुआ था देश
सभी कहते है आज के दिन आजाद हुआ था देश

अभी कुछ तो समझ माँ आए आजादी और देश
हम तो छत से देख रहे हैं पतंगो के पेच

हमसे कोई पूछे बच्चों आजादी क्या होती हैं
हम कह देंगे उस दिन सबकी पूरी छुट्टी होती हैं




आपसी कलह के कारण से, वर्षों पहले परतंत्र हुआ
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस, को अपना देश स्वतंत्र हुआ

उन वीरों को हम नमन करें, जिनने अपनी कुरबानी दी
निज प्राणों की परवाह न कर, भारत को नई रवानी दी

उन माताओं को याद करें, जिनने अपने प्रिय लाल दिए
मस्तक मां का ऊंचा करने, को उनने बड़े कमाल किए
बिस्मिल, सुभाष, तात्या टोपे, आजाद, भगत सिंह दीवाने
सिर कफन बांधकर चलते थे, आजादी के यह परवाने

देश आजाद कराने को जब, पहना केसरिया बाना
तिलक लगा बहनें बोली, भैया, विजयी होकर आना

माताएं बोल रही बेटा, बन सिंह कूदना तुम रण में
साहस व शौर्य-पराक्रम से, मार भगाना क्षणभर में

दुश्मन को धूल चटा करके, वीरों ने ध्वज फहराया था
जांबाजी से पा विजयश्री, भारत आजाद कराया था

स्वर्णिम इतिहास लिए आया, यह गौरवशाली दिवस आज
श्रद्धा से नमन कर रहा है, भारत का यह सारा समाज

जय हिन्द हमारे वीरों का, सबसे सशक्त शुभ मंत्र हुआ
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस, को अपना देश स्वतंत्र हुआ



independence day poem in hindi language

Independence Day Poems Kavita


आज़ाद माँ के सपूत, नसों में गर्क हो रहे हैं
अँधेरे में घिर चुके जो, उन्हें रौशनी दिखा दे
वतन की खातिर, ख़ुशी से जान भी दे दें
आन सलामत रहे वतन की, एहसास दिलादे

नारी मेरे वतन की, सीता भी है, झांसी भी
बस बेगानी सभ्यता से, थोडा सा बचा दे
चाँद को छूने वाला दिल, क्या नहीं कर सकता
मेरे हर भारत वासी को, नित नया हौसला दे


हम हैं हिन्दुस्तानी, हमारी शान हिन्दुस्तान
हमारी आन है तिरंगा, हर जान को सिखा दे
‘कुरालीया ‘ क़र्ज़, इस धरती का चुकाना लाजिम है
बची हर सांस अपनी, बस राह में वतन की लगा दे



वतन से प्यार का ज़ज्बा, हर दिल में जगा दे
वो शमा भगत सिंह वाली, रग रग में जला दे



15 August Poem Song – Independence Day Best Poem in Hindi


ऐ मेरे प्यारे वतन
ऐ मेरे बिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुरबान….2

तू ही मेरी आरजू़
तू ही मेरी आबरू
तू ही मेरी जान

तेरे दामन से जो आए
उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबाँ को
जिसपे आए तेरा नाम

सबसे प्यारी सुबह तेरी
सबसे रंगी तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान

माँ का दिल बनके कभी
सीने से लग जाता है तू
और कभी नन्हीं-सी बेटी
बन के याद आता है तू
जितना याद आता है मुझको
उतना तड़पाता है तू
तुझ पे दिल कुरबान

छोड़ कर तेरी ज़मीं को
दूर आ पहुँचे हैं हम
फिर भी है ये ही तमन्ना
तेरे ज़र्रों की कसम

हम जहाँ पैदा हुए उस
जगह पे ही निकले दम
तुझ पे दिल कुरबान






Independence Day Poem | 15 August Par Kavita


विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा
सदा शक्ति बरसाने वाला, प्रेम सुधा सरसाने वाला
वीरों को हर्षाने वाला, मातृभूमि का तन-मन सारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा……..

स्वतंत्रता के भीषण रण में, लखकर जोश बढ़े क्षण-क्षण में
काँपे शत्रु देखकर मन में, मिट जाये भय संकट सारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा……….

इस झंडे के नीचे निर्भय, हो स्वराज जनता का निश्चय
बोलो भारत माता की जय, स्वतंत्रता ही ध्येय हमारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा…………….

आओ प्यारे वीरों आओ, देश-जाति पर बलि-बलि जाओ
एक साथ सब मिलकर गाओ, प्यारा भारत देश हमारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा……….

इसकी शान न जाने पावे, चाहे जान भले ही जावे
विश्व-विजय करके दिखलावे, तब होवे प्रण-पूर्ण हमारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा………..





Poem on 15 August independence day in hindi for School Students Class 1 to 5


हम बच्चे मतवाले हैं,
हम चाँद को छूने वाले हैं !
जो हम से टकराएगा,
कभी ना वो बच पाएगा !!
हम भारत माता के प्यारे,
देश के राज दुलारे हैं !
आजादी के रखवाले हम,
नये युग का आगाज हम !!
देश का नाम सदा करेंगे,
तिरंगे की शान रखेंगे !
अपना जीवन हम सब,
देश के नाम करेंगे !!
हम बच्चे मतवाले है,
हम चाँद को छूने वाले हैं !



Independence Day Poem in Hindi for Class 5

जिस देश का कण-कण सोना हो, जिस देश की नारी देवी हो
जिस देश में गंगा बहती है, उस देश को भारत कहते हैं


जहां भाई-भाई में प्रेम हो, भाईचारे का नेम हो
जहां जात-पांत का भेद न है, उस देश को भारत कहते हैं


जहां नभ से भू का नाता है, जहां धरा हमारी माता है
जहां सत्य धर्म मन भाता है, उस देश को भारत कहते हैं !



15 August ke liye Poem kavita in hindi

Short Poem On 15 August In Hindi – 15 अगस्त पर कविता

स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है, विजयी-विश्व का गान अमर है
देश-हित सबसे पहले है, बाकि सबका राग अलग है


आजादी के पावन अवसर पर, लाल किले पर तिरंगा फहराना है
श्रद्धांजलि अर्पण कर अमर ज्योति पर, देश के शहीदों को नमन करना है


देश के उज्ज्वल भविष्य की खातिर, अब बस आगे बढ़ना है
पूरे विश्व में भारत की शक्ति का, नया परचम फहराना है


अपने स्वार्थ को पीछे छोड़ककर, राष्ट्रहित के लिए लड़ना है
बात करे जो भेदभाव की, उसको सबक सिखाना है


स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है, विजयी-विश्व का गान अमर है
देश-हित सबसे पहले है, बाकि सबका राग अलग है




Independence Day Heart Touching Poem in Hindi

घायल पड़ा शेर है, फिर भी जज़्बा कमाल का है
जेल में सड़ी गली रोटियाँ है फिर भी आज़ादी की बिंगुल बजा रहा है
पानी को तरसा है पर खून में उफ़ान है
ऐसे शहीदों को हम देशवासियो का नमन बारम्बार है।




Short Poem on 15 August in Hindi






देश की लाज बचाने को, अपनी जान गवाई है
खा कर गोली सीने में, अपनी कसम निभाई है
जिनको ये भारतवर्ष, अपने लहू से ज्यादा प्यारा है
ऐसे उन वीर सपूतों को, शत-शत नमन हमारा है


भारत माँ की रक्षा के लिए, अपना कर्तव्य निभाया है
मातृभूमि के गौरव पर, न्यौछावर उनकी काया है
जिनको परिवार से ज्यादा, ये देश ,तिरँगा प्यारा है
ऐसे उन वीर सपूतों को, शत-शत नमन हमारा है



लथपथ पड़े जमीं पर, भारत माँ की जय बोली हैं
जिनके सिंहनाद से सहमी, धरती फिर से डोली हैं
जिनके जज्बे को करता सलाम, देखो ये भारत सारा है
ऐसे उन वीर सपूतों को, शत-शत नमन हमारा है


independence day best poem


डाल-डाल पर बैठ विहग 
कुछ नए स्वरों में गाते हैं। 
गुन-गुन, गुन-गुन करते भौंरें
मस्त उधर मँडराते हैं। 
नवयुग की नूतन वीणा में 
नया राग, नव गान भरो। 
उठो, धरा के अमर सपूतों। 
पुन: नया निर्माण करो।।2।। 



कली-कली खिल रही इधर 
वह फूल-फूल मुस्काया है। 
धरती माँ की आज हो रही 
नई सुनहरी काया है। 
नूतन मंगलमय ध्वनियों से 
गुँजित जग-उद्यान करो। 
उठो, धरा के अमर सपूतों। 
पुन: नया निर्माण करो।।3।।



सरस्वती का पावन मंदिर 
शुभ संपत्ति तुम्हारी है। 
तुममें से हर बालक इसका 
रक्षक और पुजारी है। 
शत-शत दीपक जला ज्ञान के 
नवयुग का आह्वान करो। 
उठो, धरा के अमर सपूतों। 
पुन: नया निर्माण करो।।4।।

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