आरक्षित वन और संरक्षित वन-Reserved Forest and Protected Forest-आरक्षित वन किन-किन राज्यों में हैं
आरक्षित और संरक्षित वन-Van Daroga Notes
Tags-आरक्षित और संरक्षित वन,आरक्षित वन और संरक्षित वन में क्या अंतर है,आरक्षित वन क्षेत्र क्या है,आरक्षित वन क्या है कक्षा 10,संरक्षित वन क्या है,आरक्षित वन कितने प्रतिशत है,आरक्षित वन है,आरक्षित वन किन-किन राज्यों में हैं,आरक्षित वन और संरक्षित वन
यहाँ पर Detail में सबकुछ नहीं दिया गया है केवल परिभाषा दी गयी है
दोस्तों वन दरोगा(Van Daroga) के सिलेबस में टोटल 26 टॉपिक्स है उन सभी का विस्तृत Pdf नोट्स हमारे टेलीग्राम चैनल पर मिल जाएगा। अतः आप Telegram जरूर join कर लीजिये। इसके साथ ही बेहतर समझ हेतु हमारे YouTube channel पर Videos भी बनाये गए है उनको भी जरूर देंखे। इससे आपकी बेहतरीन तैयारी हो जायेगी।
Join Our Telegram-https://t.me/csexamindia
आरक्षित वन-Reserved Forest
- ये सबसे अधिक प्रतिबंधित वन है।
- किसी भी वन भूमि या बंजर भूमि को आरक्षित वन राज्य सरकार घोषित करती है।
- इन वनों में किसी वन अधिकारी की अनुमति के बिना स्थानीय लोगों की आवाज ही पर रोक है।
- इन वनों के अंतर्गत देश के कुल वन क्षेत्र का 53 प्रतिशत हिस्सा आता है।
- इन्हें भारतीय वन अधिनियम 1927 ई0 के अध्याय दो में रखा गया है।
- इनमें शिकार, चराई पर पूर्णतः रोक है।
संरक्षित वन-Protected Forest
- ये सरकार के पूर्णतः नियंत्रण में होते है।
- इनमें स्थानीय लोगों को पशुचारण की अनुमति होती है।
- इसमें देश के कुल क्षेत्रफल का 29 प्रतिशत भाग आता है।
- राज्य सरकार को आरक्षित भूमि के अलावा किसी भी भूमि का गठन करने का अधिकार है और ऐसे वनों के उपयोग के संबंध में नियम जारी करने की शक्ति है। इस शक्ति का उपयोग ऐसे वृक्षों जिनकी लकड़ी फल या अन्य गैर लकड़ी उत्पादों में राजस्व बढ़ाने की क्षमता है पर राज्य का नियंत्रण स्थापित करने के लिए किया गया है।
- राज्य सरकार किसी भी संरक्षित वन को आरक्षित वन में बदल सकती है।
- संरक्षित वन को वन्यजीव अभ्यारणों में तथा इसके बाद राष्ट्रीय उद्यानों में बदला जा सकता है।
- भारतीय वन अधिनियम 1927 के अध्याय चार में संरक्षित वनों को रखा गया है।
सभी महत्वपूर्ण Notes और Updates पाने के लिए-
Subscribe Our YouTube Chanel
CSE Exam India
Join Our Telegram- https://t.me/csexamindia
For AHC RO ARO Exam- https://t.me/cseahc
0 Comments